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लोन मोरेटोरियम क्या है? Moratorium के फायदे और नुकसान जाने

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Please Share this Blog! दोस्तों, यदि आपने किसी तरह का फिलहाल लोन लिया है तो आपने जरूर सुना होगा की कुछ महीनों के लिए आपके लोन पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने मोरेटोरियम या मोरेटोरियम पीरीअड लगा दिया है| यदि ऐसा आपने नहीं सुना है, तो इस Blog में मैं आपको लोन मोरेटोरियम की…

लोन मोरेटोरियम क्या है
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दोस्तों, यदि आपने किसी तरह का फिलहाल लोन लिया है तो आपने जरूर सुना होगा की कुछ महीनों के लिए आपके लोन पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने मोरेटोरियम या मोरेटोरियम पीरीअड लगा दिया है| यदि ऐसा आपने नहीं सुना है, तो इस Blog में मैं आपको लोन मोरेटोरियम की सारी जानकारी देने वाला हूँ| 

मोरेटोरियम (Moratorium) का अर्थ क्या है?

मोरेटोरियम का मतलब किसी काम या कानून को देरी से या निलंबित किया जाए| आप आसान भासा में मोरेटोरियम का अर्थ ऐसे समझ सकते है- किसी चुनौती को पूरा करने के लिए किसी काम या कानून को अस्थायी निलंबन करने को मोरेटोरियम कहते है|

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उद्धरण- 

जैसा की आप जानते है की बाघ (Tiger) की संख्या भारत में बहुत कम होती जा रही थी| बाघ का शिकार करके शिकारी बाघ के चमड़े का तस्करी करते थे| ये देख के भारत सरकार ने समझा की हमें बाघ को बचाने के लिए कुछ करना होगा ताकि पर्यावरण के एकोसिस्टम को बनाए रखा जाए|

भारत सरकार ने फिर सेव टाइगर (Save Tiger) नाम से एक पहल शुरू की| Save Tiger के पहल की वजह से जहाँ बाघ की संख्या 2014 में 2,226 थी, वो अब 2018 में बढ़कर 2,967 हो गई है| 

लोन मोरेटोरियम (Loan Moratorium) का अर्थ क्या है?

लोन मोरेटोरियम का मतलब आपके लोन पर मोरेटोरियम लगाना होता है| मोरेटोरियम एक समय सीमा (अवधि) के लिए लगाया जाता है| इस अवधि को लोन मोरेटोरियम पीरीअड कहा जाता है| लोन मोरेटोरियम पीरीअड RBI द्वारा तैय किया जाता है| सारे बैंक, फाइनेंस कंपनी आदि जो संस्थान लोन देती है उन्हे RBI के इस नियम का पालन करना होता है| 

लोन मोरेटोरियम पीरीअड में लोन चुकाने वाले व्यक्ति को अपने लोन के किस्तों को देरी से चुकाना होता है या फिर एक समय सीमा के अंतर्गत जमा किए जाने वाले सारे किस्तों (EMIs) का भुगतान नहीं करना होता है|

लोन मोरेटोरियम पीरीअड (Loan Moratorium Period) क्या है?

Moratorium Period

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के द्वारा निर्धारित लोन पर मोरेटोरियम लगाए जाने के समय सीमा को लोन मोरेटोरियम पीरीअड (Loan Moratorium Period) कहा जाता है| इस अवधि के अंतर्गत आने वाले लोन के किस्तों को बाद मे चुकाना होता है या फिर लोन के किस्तों को रद्द कर दिया जाता है|

मोरेटोरियम के अन्य समानांतर शब्द

  • घाटबंधी
  • प्रतिबंध
  • निषेध
  • निलंबन
  • स्थगन
  • ठहराव
  • पड़ाव
  • फ्रीज
  • रुका हुआ
  • मोहलत
  • ख़ाली जगह
  • विलंब
  • मोहलत
  • स्थगन

RBI ने मोरेटोरियम की घोषणा कब की?

आरबीआई ने 27 मार्च,2020 को सर्कुलर जारी किया था जिसमें उधार देने वाले संस्थानों को कोरोना जैसे महामारी के कारण 1 मार्च, 2020 और 31 मई, 2020 के बीच गिरने वाले टर्म लोन की किस्तों के भुगतान पर रोक लगाने की अनुमति दी गई थी। बाद में,  31 अगस्त, 2020 तक मोरेटोरियम को बढ़ा दिया गया था| 

मोरेटोरियम का लोन लेने वालों पर क्या असर होता है?

लोन लेने वालों पर मोरेटोरियम के फायदे और नुकसान दोनों ही होते है| आइए जानते है की क्या-क्या फायदे है और क्या-क्या नुकसान|

लोन लेने वालों पर मोरेटोरियम के फायदे-

  • मोरेटोरियम लोन लेने वालों के वित्तीय तनाव को कम करने में मदत करता है, खासकर कोरोनावायरस के प्रकोप के दौरान।
  • जब आप एक ऐसी परिसतिथि से जूझ रहे है, जहाँ पैसों की बहुत तंगी है उस समय मोरेटोरियम आपको सांस लेने का मौका देती है|
  • मोरेटोरियम में आप अपने जरूरी कामों के लिए अपने पैसों का इस्तेमाल कर सकते है, क्योंकि लोन की EMI आपको अभी नहीं देना होगा|
  • मोरेटोरियम का लाभ उठाने से आपके क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट इतिहास पर कोई असर नहीं होता| इस तरह से भविष्य में आपको किसी तरह का लोन लेने में आसानी होगी|
  • यदि किसी कारण से आप लोन नहीं चुका रहे है तो बैंक आपसे किसी तरह का एक्स्ट्रा चार्ज या पेनल्टी नहीं लेगा|

लोन लेने वालों पर मोरेटोरियम के नुकसान-

  • मोरेटोरियम आपके लिए कोई छूट नहीं है और आपको बाद में लोन का ईएमआई चुकाना होगा।
  • आपके 6 महीनों के किस्त को टाल दिया जाएगा, लेकिन इससे आपके बकाये राशि पर ब्याज लगता रहेगा और आपके लोन की अवधि बढ़ जाएगी|
  • यदि आपने लॉन्ग टर्म लोन लिया है, जैसे- होम लोन, तो आपकी लोन अवधि बढ़ जाएगी और वर्तमान ब्याज दर से अधिक ब्याज चुकाना पढ़ सकता है, साथ ही इसमे टैक्सेस भी जोड़े जाएंगे|
Tight Budget

मोरेटोरियम का बैंक पर क्या असर होता है?

  • कोरोना महामारी और मोरेटोरियम के वजह से बैंकों पर होगा दूरगामी असर होगा| 
  • आरबीआई के अनुसार आय की सीमित स्त्रोत होने की वजह से सबसे ज्यादा असर स्माल फाइनेंस बैंक, पेमेंट बैंक, सहकारी बैंक, एनबीएफसी पर होगा|
  • अर्थव्यवस्था और बैंकिंग सिस्टम में कई बदलाव दिखाई देंगे और बैंकों को इनका सामना करने के लिए तैयार रहना होगा|
  • बैंकिंग सिस्टम में तकनीक का उपयोग बढ़ने से भी कई तरह की चुनौतियां आएंगी. नए तरह का बैंकिंग मॉडल सामने आएगा. भारतीय बैंकों में फंसे कर्जे (एनपीए) का स्तर घटकर 7.5 फीसद पर आ गया है, लेकिन यह इतना माइने नहीं रखता है|
  • कोविड और मोरेटोरियम की वजह से बैंकों के ग्रॉस एनपीए (कुल एडवांस के अनुपात में फंसे कर्जे का स्तर) 0.10 फीसद से लेकर 0.66 फीसद तक बढ़ सकता है|
  • आरबीआई के अनुसार बैंकों के एसेट क्वालिटी में गिरावट आएगी और भविष्य में उनके राजस्व पर भी असर होगा|

निष्कर्ष

दोस्तों, ये थे मोरेटोरियम के बैंक और आम जनता पे होने वाले असर के कुछ झलक| मैं आशा करता हूँ की आपको मोरेटोरियम की सारी जानकारी इस ब्लॉग में मिल गई होगी| यदि आपको इस ब्लॉग से कुछ नया सीखने को मिला है तो अपने दोस्तों के साथ इस ब्लॉग को जरूर शेयर करें|

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